चीन की जू वेंजून फिर बनी विश्व महिला शतरंज चैम्पियन
तो आखिरकार 20 दिन चली विश्व महिला शतरंज चैंपियनशिप का समापन चीन की जू वेंजून के एक बार फिर विश्व चैम्पियन बनने के साथ हुआ मतलब उन्होने अपना खिताब बचाने मे सफलता प्राप्त की । आज हुए रैपिड मुक़ाबले में रूस की उम्मीद को तब जब करारा झटका लगा जब तीसरे राउंड में जू वेंजून नें पहले तो मुक़ाबला जीतकर बढ़त बनाई और फिर उसके बाद अंतिम रैपिड में ड्रॉ खेलकर खिताब जीत लिया । इससे पहले दोनों रैपिड में गोरयाचकिना जीत के करीब जाकर भी आधा अंक ही हासिल कर पायी । खैर इस विश्व चैंपियनशिप में हुए 12 क्लासिकल मैच में से 6 के परिणाम आए तो इसे आप जोरदार टक्कर के तौर पर याद रख सकते है पर इस बात का मलाल तो रहेगा ही की क्लासिकल मैच से विश्व चैंपियनशिप का परिणाम नहीं निकला । इस विश्व चैंपियनशिप को पहले 6 मैच चीन और फिर 6 मैच रूस में खेले जाने की वजह से भी याद रखा जाएगा । पढे यह लेख
चीन की जू वेंजून फिर बनी विश्व महिला शतरंज चैम्पियन
ब्लादिवोस्टोक ,रूस में फीडे विश्व महिला शतरंज चैंपियन का खिताब एक बार फिर चीन की जू वेंजून के नाम रहा और उन्होने टाईब्रेक मुक़ाबले मे रूस की युवा चैलेंजर आलेक्सान्द्रा गोरयाचकिना को 2.5-1.5 से पराजित करते हुए लगातार दूसरी बार विश्व खिताब हासिल कर लिया ।सभी मैच को मिलाकर फ़ाइनल परिणाम 8.5-7.5 रहा ।12 क्लासिकल मुकाबलों के बाद भी परिणाम 6-6 रहने के कारण आज टाईब्रेक मुकाबलों मे चार रैपिड मुक़ाबले खेले गए ।
हालांकि यह बात जानना भी रोचक होगा की पहले और दूसरे मुक़ाबले मे गोरयाचकिना जीत के बेहद नजदीक जाकर मुक़ाबला नहीं जीत सकी और दोनों ही मुकाबलो में वेंजून नें वापसी करते हुए मैच ड्रॉ कराने में सफलता हासिल कर ली और इस तरह स्कोर 7-7 हो गया ।
तीसरा रैपिड टाईब्रेक निर्णायक साबित हुआ जब रेटी ओपनिंग में शुरुआत से ही मजबूत खेल खेलते हुए वेंजून नें अपने शानदार आक्रमण से गोरयाचकिना के राजा की कमजोर स्थिति से मैच में 45 चालों में जीत दर्ज की और रैपिड में 2-1 तो कुल मिलाकर 8-7 से आगे हो गयी ।
देखे जू की इस जीत का विडियो विश्लेषण हिन्दी चेसबेस इंडिया के सौजन्य से
ऐसे में अंतिम रैपिड मुक़ाबले में गोरयाचकिना को जीत की शख्त जरूरत थी पर क्यूजीडी ओपनिंग में हुए इस मुक़ाबले में 77 चालों तक ज़ोर लगाने के बाद भी मैच ड्रॉ रहा और जु वेंजून बनी गई एक बार फिर विश्व महिला शतरंज चैम्पियन ।
कहाँ चूकी गोरयाचकिना
पूरी प्रतियोगिता में कई ऐसे मौके आए जब रूस की 21 वर्षीय इस युवा प्रतिभा ने बेहद मजबूत स्थिति हासिल की और जीतने के करीब थी पर ऐसे में वह दबाव नहीं झेल पायी और गलतियाँ कर गयी साथ ही कई बार बराबर के एंडगेम में वह अपनी खराब तकनीक के चलते मैच हार गयी । पर जिस उम्र में वह है उनके लिए मेहनत करके वापसी करने के कई और मौके आएंगे ।
विश्व चैम्पियन जू वेंजून को यह मुक़ाबला जीतने पर पुरुष्कार राशि का 55 % मतलब करीब 2 करोड़ 20 लाख रुपेय तो उपविजेता गोरयाचकिना को 1 करोड़ 80 लाख रुपए मिले ।
तो एक बार फिर विश्व महिला शतरंज का ताज अपने जरिये जू वेंजून नें चीन को दिला दिया
देखे विश्व महिला शतरंज चैंपियनशिप के सभी 16 मुक़ाबले एक साथ